सहारनपुर आंदोलन को लेकर बनी ज्वाईंट एक्शन कमेटी की 16 जून को लखनऊ मे बैठक; राम करण निर्मल

लखनऊ, 12 जून 2017 

वार्तमान संघी सरकार की तानाशाही पूर्ण नितियों एवं दलित, अल्पसंख्यकों और पिछडों पर हो रहे दमन, अन्याय और अत्याचार के खिलाफ सशक्त प्रतिरोध की आवाज बुलंद करने के लिये 'ज्वाइंट एक्शन कमेटी'  द्वारा एक मीटींग बुलायी गयी हैl  जिसमें वर्तमान घटानाओं जैसे गोरखपुर विश्वविद्यालाय के छात्र संघ अध्यक्ष अमन यादव एवं पूर्वांचाल सेना के सदस्यों पर फर्जी मुकदमा दर्ज होना , भीम आर्मी के के संस्थापक चन्दशेखर  की गिरफ्तारी, लखनऊ विश्वविद्यालाय के छात्रो पर मुकादमा दर्ज कर जेल भेजवाना और अल्पससंख्यक के धार्मिक स्थलों को तोडे जाने एवं गौरक्षकों गुंडो द्वरा उनकी हत्या करना, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के छात्रो पर मुकदमे दर्ज किए जाने और  प्रदेश में अन्दोलनकारी साथियों और जनता को लगातार गिरफ्तार किया जाना, इन सारी घटनाओं  के विरोध में ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा लखनऊ में  बाबा साहेब ड्रा. अम्बेडकर पार्क के पास 'शिरोज काफी हाउस' में दिनांक 16 जून 2017 को समय 2:30 दोपहर बजे रखी गई है जिसमें दमनकारी-भगवावादी सारकार के खिलाफ अन्दोलन की रूप रेखा  तैयार की जायेगी, Joint Action Committee की अगुवाई कर रहे राम करण निर्मल ने कहा की बीते 30 मई को प्रेदश मे विभिन्न आंदोलन के समनवय से विधानसभा को सहारनपुर के सवाल पर नीला लाल कर दिया गया था, सरकार का दमन देखते हुये हम प्रदेश के सामाजिक न्याय, सेकुलरिज्म और संविधान बचाने के लिए प्रतिबद्ध संगठनो से अपील करते है की वह इसका हिस्सा बने, आगामी बैठक मे ओबीसी फोरम के दिलीप यादव, पुर्वांचल सेना, इलाहाबाद विषविद्यालय की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ऋचा सिंह, रिहाई मंच के राजीव यादव, समाजवादी चिंतक फ्रैंक हुज़ूर और अमीक जामेई, प्रदीप नारेवाल व विभिन्न संगठनो के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे, 31 मई के विधानसभा घेराव मे समाजवादी छात्र सभा, आईसा, एनएसयूआई, संविधान बचाओ देश बचाओ अभियान, पुर्वांचल सेना और रिहाई मंच इसमे शामिल थे, कमेटी ने प्रदेश स्तर के सभी छात्र युवा संगठन को शामिल होने का आह्वान किया है!
 
उत्तर प्रदेश मे दलित पिछडे और अल्पसंख्यक के बीच समंवय बनाने मे व्यस्त ओबीसी फोरम के दिलीप यादव व प्रदेश मे ज़िलो के सिलसिलेवार दौरा कर रहे अमीक जामेई ने कहा की यह लडाई पचासी परसेंट लोगो की है, मुसलमानो को डरने और कमतरी मे मुब्तला होने की जरूरत नही, सहरानपुर हो संविधान बचाने की लडाई वह भारी तादाद ने इसमे हिस्सा ले!