सच्चा कौन है?

Mayank Saxena
 
तेज बहादुर झूठा है, जीत सिंह झूठा है..
अख़लाक़ का परिवार झूठा..ऊना के दलित झूठे हैं..
तीस्ता-सोनी सोरी झूठे हैं..
अमर्त्य सेन वगैरह झूठे हैं...
मैं झूठा, आप भी झूठे हैं...
सवाल करने वाले झूठे हैं...
विज्ञान और तर्क वाले झूठे हैं...
सच्चा कौन है?
काले धन का नाम लेकर कैशलेस कहने वाली,
दाउद को भारत लाने वाली,
किसानों को नपुंसक बताने वाली,
महंगाई कम करने वाली,
डिजिटल इंडिया वाली,
एप पर देश चलाने वाली,
निजी कम्पनियों की दलाल सरकार सच्ची है...
100 दिन में काला धन लाने वाले,
आतंकवाद से निपट लेने वाले,
फर्जी डिग्री वाले, शादी छुपाने वाले,
हजारों का कुर्ता पहनने वाले,
हजारों के मशरूम चबाने वाले,
रोज नया जुमला उछालने वाले,
मन की बात में पलायनवादी,
50 दिन में सब ठीक करने वाले,
गरीब चैन से सो रहा है वाले प्रधानमंत्री सच्चे हैं...
लेकिन सबसे सच्चे हैं
औरतों पर हिंसक टिप्पणी और गाली गलौज करने वाले संस्कृतिवादी,
फौज-फौज चिल्ला कर, जवान की पोल-खोल को झूठा कहने वाले देशभक्त,
लाइन में लग कर बकैती पेलने वाले अर्थशास्त्री,
जातिवादी, साम्प्रदायिक धर्मरक्षक,
पीएम से ज़बरन 22 घंटे काम करवाने वाले उनके प्रवक्ता,
गोमूत्र में सोना ढूंढने वाले धातुविज्ञानी,
गोबर पोत कर रेडियोेक्टिव विकिरण से बचने वाले रक्षा विशेषज्ञ,
शिवलिंग में परमाणु रिएक्टर देख लेने वाले परमाणु विशेषज्ञ,
शिवाजी की मूर्ति में रडार चिपकाने वाले तकनीकी विशेषज्ञ,
2000 के नोट में चिप इंस्टॉल करने वाले चिप लेवल इंजीनियर,
2000 के नोट को सैटेलाइट से जोड़ने वाले अंतरिक्ष वैज्ञानिक
और देशद्रोह का आरोपपत्र घर पर सत्यापित करने वाले देशभक्त,
एक शब्द में कहें तो मोदीभक्त...
तो बाकी सब कौन हैं...
बाकी कौन है? बाकी किसी को न ये देश मानते हैं, न मनुष्य...वो देशद्रोही भी हो सकते हैं...झूठे भी...बस उसके लिए उनको बोलना होगा...