परम्परागत मीट विक्रेताआें के उत्पीड़न के विराेध में जन मंच ने किया प्रदर्शन

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी से की वार्ता

#मीट व्यवसाय काे कारपाेरेट घरानाें के हवाले करने की साजिश -अजीत यादव

बदायूँ/12अप्रैल2017/जनपद के परम्परागत मीट विक्रेताआें के उत्पीड़न के विराेध में आज जन मंच उत्तर प्रदेश ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया आैर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी से वार्ता की .
 
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे जन मंच प्रवक्ता व जय किसान आन्दाेलन (स्वराज अभियान)के राष्ट्रीय सह संयाेजक अजीत सिंह यादव ने कहा कि मीट व्यवसाय काे कारपाेरेट घरानाें के हवाले करने के लिए परम्परागत मीट विक्रेताआें/व्यवसाइयाें काे निशाना बनाया जा रहा है .मुर्गा /मछली/बकरा आदि के मीट की छाेटी दुकानाें काे भी बंद कर याेगी सरकार की असली मंशा बडे कारपाेरेट घरानाें के लिए मीट के काराेबार का रास्ता साफ करने की है .

उन्हाेंने कहा कि संसद में 2006 में पारित जिस खाद्य सुरक्षा व मानक एक्ट काे लागू कर याेगी सरकार छाेटी मीट की दुकानाें काे बंद करा रही है उस कानून में ही मीट की दुकानाें पर मुर्गा ,मछली ,बकरा आदि के काटने पर भी राेक है .इस कानून में केवल लाइसेंस प्राप्त बडे स्लाटर हाउसाें में ही मुर्गा ,मछली ,बकरा ,भेंसा आदि के काटने का प्रावधान है .छाेटे दुकानदाराें -व्यवसाइयाें काे उन स्लाटर हाउसाें से मीट खरीदकर बेचने की छूट दी गई है .स्लाटर हाउस बनाने के लिए बडी पूँजी की जरूरत हाेगी .छाेटी पूँजी के छाेटे दुकानदार व व्यवसाई जाे परम्परागत मीट काराेबार में लगे हैं वे स्लाटर हाउस मालिकाें के डिलेवरी मैन बनकर रह जायेंगे . उनकी हलाला ,झटके के मीट जैसी परम्परागत विशेषतायें भी खत्म हाे जायेंगीं .

आज मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी से वार्ता के दाैरा अजीत सिंह यादव ने यह जानकारी मांगी कि जब मीट की दुकानाें पर मुर्गा ,मछली आदि काट कर बेचने पर कानूनी राेक है ताे जनपद में काैन सा लाइसेंस प्राप्त स्लाटर हाउस है जहां से दुकानदार मुर्गा ,मछली आदि का मीट खरीदकर ग्राहकाें काे बेच सकें .इसपर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि जनपद में काेई भी लाइसेंस प्राप्त चालू स्लाटर हाउस नहीं है.

जन मंच के नेता ने सवाल किया कि तब मीट के काराेबार में लगे ये छाेटे दुकानदार कहां से मीट खरीदकर ग्राहकाें काे बेचेंगे .इसका काेई जबाब खाद्य सुरक्षा अधिकारी नहीं दे सके .

श्री यादव ने पूछा कि जब तक लाइसेंस प्राप्त स्लाटर हाउस नहीं खुलता जनपद में मीट खाने वाले कैसे मीट खायेंगे ,इस सवाल का जबाब खाद्य सुरक्षा अधिकारी नहीं दे सके .

जन मंच के नेता ने याेगी सरकार पर समाज में वैमनश्यकारी महाैल बनाकर छाेटे मीट काराेबारियाें काे निशाना बनाने की विभाजनकारी राजनीति आलाेचना करते हुए कारपाेरेट घरानाें काे मीट काराेबार पर कब्जा कराने की साजिश का आराेप लगाया .
उन्हाेंने याेगी सरकार व केन्द्र की माेदी सरकार से मांग की है कि जब तक सरकार जनपद में लाइसेंस प्राप्त स्लाटर हाउस नहीं खाेल लेती परम्परागत छाेटे मीट विक्रेताआें काे पहले की तरह दुकानाें पर मुर्गा ,मछली आदि काटकर बेचने की छूट दी जाये .विक्रेताआें का उत्पीड़न बन्द किया जाये .

आज के प्रदर्शन में शफीक अहमद,चांद भाई ,जुबैर समेत दर्जनाें छाेटे मीट काराेबारी शामिल थे .