जसमन्द जिले के भीम उपखंड के 6 ग्राम पंचायत की एक हजार से भी अधिक महिलाओं ने उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर ठेके बंद कराने के लिए आन्दोलन किया शुरू

जसमन्द जिले के भीम उपखंड के 6 ग्राम पंचायत की एक हजार से भी अधिक महिलाओं ने उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर ठेके बंद कराने के लिए आन्दोलन  किया शुरू

शराब के ठेके बंद कराने वाले आवेदन 3 महीने में भी जयपुर नहीं पहुंचते हैं जबकि सरकार की हर बात कुछ ही सेकंड में लोगों तक पहुँच जाती है क्या यही डिजिटल इंडिया है-नारायण सिंह
भीम 24 मार्च,

आज राजसमन्द जिले के भीम उपखंड की 6 ग्राम पंचायतों जिनमें थानेटा, ठीकरवास, बरार, बरजाल, कूकरखेड़ा एवं मंडावर से एक हजार से अधिक महिलाएं पाटिया के चौड़ा भीम के मैंदान में इकठ्ठा हुई और वहां से रैली के रूप में राष्ट्रीय राजमार्ग, ट्रैक चौराहा, सब्जी मंडी होते हुए उपखंड अधिकारी कार्यालय पर पहुंची. रैली के दौरान महिलाओं ने दारू नहीं पानी चाहिए के नारे लगाये साथ ही ओटा से नहीं वोटों से शराब का ठेका बंद कराएँगे. इस सम्बन्ध में उपखंड अधिकारी ने ज्ञापन लेने के लिए बहुत इंतजार करवाया उसके बाद ही ज्ञापन लिया जिसकी बजह से लोग कड़ी धूप में सड़क पर ही बैठे रहे.

उल्लेखनीय है कि राजस्थान का राजसमन्द जिले का अधिकतर हिस्सा मगर के अंतर्गत आता है और इस इलाके में शराब की बिक्री के कारण महिलाओं पर अधिक अत्याचार होते हैं साथ ही इस गरीब इलाके का बहुत अधिक धन शराब में बर्बाद हो जाता है और इस बजह से कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं और अभी भी बर्बादी के कगार पर हैं.
ये विदित है कि राजस्थान सरकार द्वारा यह नियम बना दिए जाना कि ग्राम पंचायत में चुनाव कराये जाएँ और 50 प्रतिशत से अधिक लोग शराब के ठेके के खिलाफ वोट करते हैं उस ग्राम पंचायत में शराब का ठेका नहीं खोला जायेगा. इसी नियम के तहत पिछले वर्ष भीम उपखंड की काछवली ग्राम पंचायत में वोट देकर शराब का ठेका बंद कराया था.

      भीम उपखंड की 6 ग्राम पंचायतों से सैंकड़ो शराबबंदी समर्थक ग्रामवासियों ने अपनी-अपनी ग्राम पंचायत में 31 मार्च से पहले शराबबंदी हेतु मतदान कराये जाने और इसी के साथ-साथ उपखंड के अधिकतर गांवों में जो अवैध शराब के ठेके संचालित किये जा रहे हैं जिन पर 24 घंटे शराब की बिक्री की जा रही है जो कि पूरी तरह गैर कानूनी हैं को तुरंत प्रभाव से बंद किये जाने और इनके संचालकों के खिलाफ अवैध ठेका चलाने के लिए कानूनी कार्रवाई भी की जाये को लेकर आज एक दिवसीय धरना उपखंड कार्यालय के बाहर दिया. थानेटा, मंडावर, ठीकरवास और बरार पंचायतों ने ग्राम सभा कर मतदाताओं से हस्ताक्षर करवा, शराबबंदी पर वोटिंग कराने का प्रस्ताव उपखंड अधिकारी, जिला कलेक्टर और जिला आबकारी अधिकारी को एक पखवाड़े पहले ही भेज चुके हैं. किन्तु अभी तक चुनाव की तारीख नहीं मिली है. इस धरने में थानेटा, मंडावर, ठीकरवास, बरजाल, बरार और कूकरखेड़ा एवं अन्य कई गांवों से बडी संख्या में ग्रामवासी आये और उन्होंने बताया कि उनके गांव में अवैध ठेकों के चलते जगह- जगह पर शराब की बिक्री हो रही है जिससे महिलाओं और बच्चों का जीवन दूभर हो गया है. कुछ जगह पुरुष बच्चों को शराब लेने भेजते हैं जिस कारण वहां बच्चों को भी शराब पीने की लत पड़ गई है. इस प्रकार से ठेके संचालित करना बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ है.

इस आन्दोलन को समर्थन देने के लिए नशा मुक्त भारत आन्दोलन के प्रदेश संयोजक सवाई सिंह पहुचे और उन्होंने कहा कि ये सरकार लोगों को पानी तो उपलब्ध करा नहीं पा रही है परन्तु दारू की दुकानें जगह जगह खोल दी हैं जिससे परिवार का नाश होता है. उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान इस लड़ाई को हर स्तर पर लडेगा और ये दारू की दुकानें हम बंद कराकर रहें. मजदूर किसान शक्ति संगठन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्त्ता नारायण सिंह ने कहा कि हमारे शराब के ठेके बंद कराने के लिए दिए जाने वाले आवेदन 3 महीने में भी जयपुर तक नहीं पहुंचते हैं जबकि सरकार के द्वारा कोई भी बात कुछ ही सेकंड में पहुँच जाती हैं क्या यही डिजिटल इंडिया है.
भीम शराबबंदी आन्दोलन ने प्रशासन के  सामने निम्न प्रमुख मांगें रखी-
  1. ठीकरवास, मंडावर, थानेटा, बरार, बरजाल, और कुकरखेड़ा ग्राम पंचायत ने हस्ताक्षर करवाकर शराबबंदी की मांग जिला कलक्टर महोदया को सोंपी है, वहां मतदान की तारीख तुरंत दी जाए और 31 मार्च से पहले मतदान कराया जाए I
  2. पूरे भीम क्षेत्र में अवैध शराब के ठेके तुरंत बंद किये जाए. और इनके संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेI
  3. अवैध शराब के ठेकों को हटाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर सघन अभियान चलाया जाये और औचक निरीक्षण किया जाये I
अंत में आन्दोलन की ओर से 29 मार्च 2017 तक का समय दिया गया है यदि प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं की तो 30 मार्च से अनिश्चितकालीन धरना भीम उपखंड कार्यालय के बाहर शुरू किया जायेगा.

धरने को प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्त्ता शंकर सिंह ने भी संबोधित किया. रैली व धरने में मजदूर किसान शक्ति संगठन के कार्यकर्त्ता बालुलाल, लक्ष्मी देवी, मीरा बाई, विनीत, रूपसिंह तथा देश के विभिन्न हिस्सों से आये इंटर्न ने भी भाग लिया.

ग्राम पंचायत थानेटा, मंडावर, ठीकरवास, बरार, बरजाल, कूकरखेड़ा एवं अन्य ग्राम पंचायत के ग्रामवासी

           भीम शराबबंदी आंदोलन की ओर से
संपर्क करें- शंकर सिंह- 9414003247, मुकेश निर्वासित-9468862200