पीएम मोदी द्वारा बीती 7 अगस्त को कथित गौ रक्षको के संदर्भ में दिए गए बयान के बाद बीजेपी ने अपने गौवंश विकास प्रकोष्ठ पर ताला लगा दिया है। बता दें कि बीजेपी द्वारा लगभग छह साल पहले गौवंश विकास प्रकोष्ठ की स्थापना की गयी थी। इसे बीजेपी के एक सैल की तरह ही चलाया जा रहा था। ऊना में गौ रक्षको द्वारा दलितों की पिटाई पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यो से कथित गौसेवकों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कहा था। मोदी ने कहा थी कि यह कि 80 फीसदी गौ रक्षक फ़र्ज़ी हैं और जो रात में गोरखधंधे करते हैं वे दिन में गौ रक्षक का चोला पहनकर घूमते हैं।
बीजेपी के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कुल 40 के करीब गौ वंश विकास प्रकोष्ठ है। बीजेपी के राष्ट्रीय समन्वयक ह्दय नाथ सिंह ने मीडिया को बताया कि गौ वंश विकास प्रकोष्ठ को खत्म किया जा रहा है। यह प्रकोष्ठ 2015 से सक्रिया था लेकिन पार्टी से इसे भविष्य में नहीं रखने का फैसला किया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव श्रीकांत शर्मा ने बताया कि केंद्रीय स्तर पर प्रकोष्ठ बनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी की राज्य ईकाईयों के पास अपने स्तर पर सेल बनाने के लिए एथॉरिटी है। बीजेपी हमेशा से गौ रक्षा के पक्ष में रहा है। गौ-हत्या पर बीजेपी शासित प्रदेशों में पूरी तरह से रोक है। बीजेपी के राज्य ईकाई के एक नेता ने कहा कि गौ वंश विकास प्रकोष्ठ को बंद करने का फैसला किया गया है, लेकिन गौ-रक्षा बीजेपी के एजेंडे में शामिल रहेगा।

बीजेपी के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कुल 40 के करीब गौ वंश विकास प्रकोष्ठ है। बीजेपी के राष्ट्रीय समन्वयक ह्दय नाथ सिंह ने मीडिया को बताया कि गौ वंश विकास प्रकोष्ठ को खत्म किया जा रहा है। यह प्रकोष्ठ 2015 से सक्रिया था लेकिन पार्टी से इसे भविष्य में नहीं रखने का फैसला किया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव श्रीकांत शर्मा ने बताया कि केंद्रीय स्तर पर प्रकोष्ठ बनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी की राज्य ईकाईयों के पास अपने स्तर पर सेल बनाने के लिए एथॉरिटी है। बीजेपी हमेशा से गौ रक्षा के पक्ष में रहा है। गौ-हत्या पर बीजेपी शासित प्रदेशों में पूरी तरह से रोक है। बीजेपी के राज्य ईकाई के एक नेता ने कहा कि गौ वंश विकास प्रकोष्ठ को बंद करने का फैसला किया गया है, लेकिन गौ-रक्षा बीजेपी के एजेंडे में शामिल रहेगा।
