कानून व्यवस्था में नाकाम योगी सरकार दमन पर उतरी - दारापुरी

चंद्रशेखर पर रासुका लगाने के प्रयास और छात्रों के दमन की जन मंच ने की कड़ी निन्दा


एस0 आर0 दारापुरी

लखनऊ, 10 जून 2017, उ0 प्र0 में बिगडती जा रही कानून व्यवस्था को ठीक करने में नाकाम योगी सरकार दमन पर उतर आयी है। यह आरोप आज प्रेस को जारी अपने बयान में जन मंच के संयोजक और पूर्व आईजी एस0 आर0 दारापुरी ने लगाया।

उन्होंने कहा कि सहारनपुर के शब्बीरपुर में हुई पूरी घटना प्रशासनिक नाकामी का परिणाम है। फूलन देवी के हत्यारें शेर सिंह राणा को जयंती मनाने की छूट देना और इसके बाद दलितों पर हुए हमले को रोक पाने में प्रशासन विफल रहा है। 9 मई को भी यदि प्रशासन ने दलितों को सहारनपुर में शांतिपूर्ण सभा करने की अनुमति दे दी होती और दबंगों के पक्ष में खड़ा होकर दमन का रास्ता नहीं अपनाया होता तो उस दिन हुई घटना से बचा जा सकता था। अब अपनी गलती स्वीकार करने की जगह मुख्यमंत्री के निर्देश पर दलितों को सबक सीखाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के गृह सचिव असंवैधानिक बयानबाजी और कार्यवाहियों में लगे है। पहले वह सहारनपुर में बयान देते है कि चंद्रशेखर को आत्मसमर्पण नहीं करने दिया जायेगा और गिरफ्तार किया जायेगा और अब गिरफ्तारी के बाद चंद्रशेखर पर रासुका लगाने की उनकी कोशिश अवैधानिक और मानवाधिकार के विरूद्ध है।

उन्होंने कहा कि लखनऊ में भी मुख्यमंत्री के निर्देशन में छात्रों का दमन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में छात्रों के कल्याणकारी मद का पैसा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में खर्च करने, शोध में हुई व्यापक धांधली और सहारनपुर में दलितों के दमन के खिलाफ विरोध कर रहे छात्रों को आपराधिक धाराओं में जेल भेज दिया गया, उनकों विश्वविद्यालय से निलम्बित कर दिया गया और आज जब उनके साथी जीपीओं पर इसका विरोध करने के लिए इकठ्ठा हो रहे थे तो फिर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया।

उन्होंने कहा कि जिस सरकार के 114 विधायकों पर आपराधिक मुकदमें हो जिनमें से 82 गम्भीर आपराधिक मुकदमों में हो और मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत 11 मंत्रियों पर गम्भीर आपराधिक मुकदमें हो उस सरकार में कानून व्यवस्था बेहतर हो ही नहीं सकती। प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद है। एसएसपी के घर में घुसकर हमला करने वाले भाजपा सांसद की आज तक गिरफ्तारी नहीं हुई, अपराधियों को सत्ता का संरक्षण हासिल है। यह सरकार बिगड़ती कानून व्यवस्था पर बेहद डरी हुई है। इसलिए इसके खिलाफ होने वाले आंदोलनों पर दमन पर उतर आयी है। सरकार के दमन का मुकाबला किया जायेगा और प्रदेश की जनपक्षधर ताकतों के साथ मिलकर विरोध होगा।