सुनो प्रधानमंत्री जी...मेरे भी मन की बात


 
Richa Sakalley

 
Published on Feb 21, 2017

प्रधानमंत्री को अपने भाषण को भड़काऊ होने से बचना चाहिए...एक बड़े लोकतंत्र का प्रधानमंत्री अपने देश की जनता को महज वोट बैंक नहीं समझना चाहिए...अगर इस देश को लोकतांत्रिक बनाए रखना है तो कम से कम प्रधानमंत्री को ध्रुवीकरण की राजनीति से बचना चाहिए। ऋचा साकल्ले